🌹वीर वधू की पीड़ा हिन्दी मे🌹
मेरी घुल गई आंखो काजल रेख आंखों मे आंसू अब ना रूके ओढ़ तिरंगा घर को आये , नयन मेरे भर आये कुटुम्ब आज तो सारा रोये झुका है तिरंगा तेरी शान॥ आंखों मे आंसू अब ना रुके॥ मेरी घुल गई..॥ लोंग उतारा मेरे नाक का , चूड़ी टूटी आज बिंदिया मेरी पोछ दी रे मांग मिटी है मेरी आज॥ आंखों मे आंसू अब ना रुके॥ मेरी घुल गई..॥ हाथो की तो मेहंदी मिट गई , बिटिया रोती आज बिटिया की शादी से पहले छोड़ दिया क्यू मेरा साथ॥ आंखों मे आंसू अब ना रुके॥ मेरी घुल गई..॥ बालक पास आपके बैठे , गुमसुम देखो आज इनका कौन करेगा अब तो लाड़॥ आंखों मे आंसू अब ना रुके॥ मेरी घुल गई..॥ बहिन आपकी आज रो रही , नदिया नयन बनाय ये तो किसके बांधेगी राखी आज ॥ आंखों मे आंसू अब ना रुके॥ मेरी घुल गई..॥ मात पिता भी दोनो रोते , सागर नयन बनाय ये तो सारी उमर भर रोय ॥ आंखों मे आंसू अब ना रुके॥ मेरी घुल गई..॥ मन का दर्द दबा कर मन मे ,