🌹राधा की तड़पणा🌹
थारे संग बिना जीवण म्हारो है आज अळूणो सांवरिया थे तो गोकुळ ने छोड़ गिया गोप्या रोवे है सांवरिया सपना मे देखा थाने तो थारी याद सतावे सांवरिया आंख्या मे आंसू रोक गिया नींदड़ली लेग्या सांवरिया रोटी भावे नही तिस लागे म्है हुयी बावळी सांवरिया म्है फिरू डोलती गळी गळी थारी यादा मे तो सांवरिया इक तारो म्है तो हाथ लिया अब फिरू बजाती सांवरिया कान्हा कान्हा मनड़ो बोले म्है जोगण बणगी सांवरिया जमना की तीरा वाळी तो म्हने याद सतावे सांवरिया बंसी की तान सुणाता जी मन मोर नचाता सांवरिया बंसी की बा धुन सुणबा की मनड़ा मे आवे सांवरिया अब राग सुरीली बंसी की थे आण सुणा द् यो सांवरिया बंसी की राग सुरीली सुण मनड़ो नाचेलो सांवरिया मिल जासी मनड़ा सु मनड़ो थारे मनड़ा सु सांवरिया गोकुळ ने छोड़ गया मथुरा थारी ओळ्यू आवे सांवरिया थे बण्या द्वारका नाथ आज म्